माँ भगवती के पावन वासंतिक नवरात्र का सिद्धिकाल इस वर्ष दिनांक 2 अप्रैल 2022 से 10 अप्रैल 2022 के मध्य पूरे नौ दिन तक व्याप्त रहेगा , चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन को सनातन धर्म में नव वर्ष के रूप में व नवमी तिथि को प्रभु श्री राम के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है , अतः यह समय अनेक रूप से जप – तप, संयम – नियम , नवचंडी व रामायण अनुष्ठान के लिए उपयुक्त है , चैत्र नवरात्र के प्रथम दिवस का घटस्थापन मुहूर्त इस प्रकार है –
नवरात्रि के पुण्य काल में साधको को देवी कवच , अर्गला ,कीलक स्तोत्र का पाठ व 9 दिन में 11000 नवार्णमंत्र अनुष्ठान भगवती की प्रसन्नता हेतु करना चाहिए , विशेष फल प्राप्ति हेतु योग्य आचार्य द्वारा नवचंडी अनुष्ठान करवाएँ !